समाजवादी चिंतक मस्तराम कपूर का साहित्यिक योगदान

मस्तराम कपूर मशहूर समाजवादी लेखक और चिंतक थे। समाजवादी चिंतन से संबंधित उन्होंने 100 से अधिक किताबें लिखी हैं। राम मनोहर लोहिया की जीवनी पर उनके लिखे अंग्रेजी में दस और हिंदी में नौ खंड प्रकाशित हुए थे। इससे उन्हें काफी लोकप्रियता मिली थी।  समाजवादी नेता मधु लिमये के वह काफी करीबी थे। अपने जीवन के अंतिम दिनों तक वह गैर कांग्रेस और गैर बीजेपी युक्त तीसरी शक्ति के गठबंधन के लिए कोशिश करते रहे। मस्तराम कपूर का जन्म  22 दिसंबर1926 को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में हुआ था। वे उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यश भारती पुरस्कार से भी सम्मानित किए जा चुके हैं। अप्रैल 2013 में उनका 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया।

उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में विभिन्न विधाओं में अपना योगदान दिया हैं। उनकी प्रमुख रचनाएँ इस प्रकार हैं -

उपन्यास : 
विमथगामी, रास्ता बंद, कान चालू, नाक का डॉक्टर, एक सदी बाँझ तथा बिषय-पुरुष ।

कहानी-संग्रह : 
एक अदद औरत, ग्यारह पत्ते, ब्रीफकेस, हेनी और अन्य कहानियाँ (प्रेस में) ।

नाटक : 
पत्नी ऑन ट्रायल, सॉप आदमी नहीं होता ।

कविता : 
कूडेदान से साभार ।

निबंध : 
हम सब गुनहगार, समसामयिक प्रतिक्रियाएँ, पं० चंद्रधर शर्मा 'गुलेरी', साहित्यकार का संकट, अस्तित्ववाद से गांधीवाद तक, राष्ट्रीय एकता का संकट और साम्प्रदायिक शक्तियां, मंडल रिपोर्ट : वर्णव्यवस्था से समाजवादी व्यवस्था की ओर, साम्यवादी विश्व का विघटन और समाजवाद का भविष्य ।

पैम्फलेट : 
हिन्दूवाद आत्महत्या की ओर, नर-नारी समता के मायने, साम्प्रदायिक दंगों का समाजशास्त्र, अंग्रेजी हटाओ' आंदोलन की प्रासंगिकता, भ्रष्टाचार : उपभोगवादी संस्कृति का ब्रह्मराक्षस, वर्तमान सभ्यता का संकट और गांधी-लोहिया ।

बाल-साहित्य : निर्भयता का वरदान, दंड का पुरस्कार, सहेली, बेजुबान साथी, मुँहमाँगा इनाम, पहला पडाव, बीजू की दादी, पारस की खोज (कहानी-संग्रह);
नीरू और हीरू, सपेरे की लड़की, भूतनाथ, सुनहरा मेमना (उपन्यास); एक थी चिड़िया (चित्रकथा) स्पर्धा, बच्चों के नाटक, बच्चों के एकांकी पाँच बाल-नाटक (नाटक) ।

अनुवाद : 
ग्यारह तुर्की कहानियां, आंध्र प्रदेश : लोक संस्कृति और साहित्य, डॉ० आंबिडकर : एक चिंतन, सरदार पटेल : व्यवस्थित राज्य के निर्माता, एशिया के बाल-नाटक, स्वामी और उसके दोस्त आदि ।

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